देश का कोई धर्म, जात या नस्ल नहीं तो फिर यहां रहने वाले किसी पहचान के दायरे में क्यों बांधे जाएं।
अद्भुत
तभी तो कहते हैं ……………बिना शब्दों के कही गयी बात मे बहुत असर होता है।
beautiful....
सुंदर अति सुंदर!!!!
Wonderful..
एहसास और गहरे हो जाते हैंशब्दों से जब हम परे हो जाते हैं
सुंदर कलेक्शन।………….दिव्य शक्ति द्वारा उड़ने की कला।किसने कहा पढ़े-लिखे ज़्यादा समझदार होते हैं?
चित्र भी बोलते हैं । लास्ट वाला बहुत भावपूर्ण ।
......................................................................................................कुछ कहने तो छोड़ा कहाँ आपने !!
बिन बोले सब बोल दिया, अब कुछ कहा न जाय। नित नव पठन दर्शन को मिले बिन टिपियाये रहा न जाय बहुत ही शानदार व जानदार। बधाई!
कई बार शब्दों आदमी वो कह नही पाता जो कहना चाहता है मगर कुछ बातें वो बिना शब्दों के महसूस कर लेता है और वही सत्य है ,ाद्भुत सत्य। बहुत सुन्दर-- बधाई। आशीर्वाद।
एहसास और गहरे हो जाते हैं,शब्दों से जब हम परे हो जाते हैं..........Jai Hind....
“!!!!!!!!!!!”
...
एहसास और गहरे हो जाते हैं,शब्दों से जब हम परे हो जाते हैं..........
शानदार.
चित्रों की भाषा महाकाव्य से कम नहीं होती. धन्यवाद.
anoothi prastutihttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
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अद्भुत
जवाब देंहटाएंतभी तो कहते हैं ……………बिना शब्दों के कही गयी बात मे बहुत असर होता है।
जवाब देंहटाएंbeautiful....
जवाब देंहटाएंसुंदर अति सुंदर!!!!
जवाब देंहटाएंWonderful..
जवाब देंहटाएंएहसास और गहरे हो जाते हैं
जवाब देंहटाएंशब्दों से जब हम परे हो जाते हैं
सुंदर कलेक्शन।
जवाब देंहटाएं………….
दिव्य शक्ति द्वारा उड़ने की कला।
किसने कहा पढ़े-लिखे ज़्यादा समझदार होते हैं?
चित्र भी बोलते हैं । लास्ट वाला बहुत भावपूर्ण ।
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जवाब देंहटाएंकुछ कहने तो छोड़ा कहाँ आपने !!
बिन बोले सब बोल दिया, अब कुछ कहा न जाय। नित नव पठन दर्शन को मिले बिन टिपियाये रहा न जाय बहुत ही शानदार व जानदार। बधाई!
जवाब देंहटाएंकई बार शब्दों आदमी वो कह नही पाता जो कहना चाहता है मगर कुछ बातें वो बिना शब्दों के महसूस कर लेता है और वही सत्य है ,ाद्भुत सत्य। बहुत सुन्दर-- बधाई। आशीर्वाद।
जवाब देंहटाएंएहसास और गहरे हो जाते हैं,
जवाब देंहटाएंशब्दों से जब हम परे हो जाते हैं..........
Jai Hind....
“!!!!!!!!!!!”
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जवाब देंहटाएंएहसास और गहरे हो जाते हैं,
जवाब देंहटाएंशब्दों से जब हम परे हो जाते हैं..........
शानदार.
जवाब देंहटाएंचित्रों की भाषा महाकाव्य से कम नहीं होती. धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंanoothi prastuti
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