ब्लॉगवाणी कॉमा में है, सीता जी की दुविधा को लेकर ऐसी अटकी है कि सुलझने का नाम ही नहीं ले रही है...डॉक्टर भी नहीं बता पा रहे हैं कि आखिर मर्ज़ क्या है...चलो देर-सबेर डायग्नोस हो ही जाएगा...फिलहाल तो चिट्ठा जगत, इंडली, ब्लॉग प्रहरी से ही अपनी ब्लॉगास बुझाओ... तब तक ब्लॉगवुड के बाबागण कोई न कोई इलाज़ ढूंढ ही लेंगे...
वैसे पिछले कुछ अरसे से ब्लॉगवुड के बाबा, महाराज भी न जाने कौन सी कंदराओं में धूनी धमाए बैठे हैं...बाहर आने का नाम ही नहीं ले रहे हैं...ऐसे ही एक बाबा का किस्सा आपको सुनाता हूं...ऐसे बाबा को एक दिन राखी सावंत टकरा गई...जी हां, राखी सावंत सिर्फ प्रभु चावलाओं या रजत शर्माओं को ही नहीं टकराती है...बाबाओं से भी पंगे लेती है...
स्वर्ग और नर्क
एक दिन बाबा गुरु घंटाल के पास जाकर राखी सावंत ने बड़ी श्रद्धा के साथ पूछा...बाबा जी बताइए, अगर मैं नए छोकरों (मीका नहीं) को किस करूंगी तो क्या होगा...
बाबा गुरु घंटाल...सीधे नर्क में जाएगी, बालिके और क्या होगा...
राखी सावंत... और बाबा जी अगर मैं आपको किस कर लूं तो क्या होगा...
बाबा गुरु घंटाल...बड़ी चालाक है बालिके....हैं....हैं...सीधे स्वर्ग जाना चाहती है...
जय हो बाबा गुरु घंटाल की....
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
बहुत खूब खुशदीप भाई .............सीधे टॉप लिस्ट में जाने के लिए आज राखी और बाबा की पोल ही खोल दी ! ;)
जवाब देंहटाएंजय हो बाबा गुरु घंटाल की....
जवाब देंहटाएंhttp://feedcluster.com/पर अपना अपना एग्रीगेटर बनाओ और काम चलाओ :)
http://gyanvani.feedcluster.com/
ऐसा लग रहा है कि आप हमें भी बाबा बनने के लिये बरगलाना चाहते हैं!
जवाब देंहटाएंहा हा हा बाबाओं का सच????????? आज की मेरी पोस्ट जरूर देखें। चटकों का एक सच ये भी है।
जवाब देंहटाएंवैसे अब कभी कहीं चतका नही लगाऊँगी। आशीर्वाद।
jai baba guru ghantallll.............:P
जवाब देंहटाएंsabko swarg le jaana chah rahe hain.......:D
जय हो बाबा गुरु घंटाल की...
जवाब देंहटाएंha ha ha.............bahut khoob.
जवाब देंहटाएंjai ho baba jee kee.
जवाब देंहटाएंsadhe hue baba hain.
जै हो।
जवाब देंहटाएंये इलाही! ये मामला क्या है ......???
जवाब देंहटाएंफ़िर स्वर्गवासी कौन हुआ .................अमां सस्पेंस में छोड कर चले गए खुशदीप भाई ????
जवाब देंहटाएंबाबा तो सीधे नरक मै जायेगे जीते जी...
जवाब देंहटाएंजय हो बाबा गुरु घंटाल की....
जवाब देंहटाएं:-)
पढ़िए:
चर्चा-ए-ब्लॉगवाणी
चर्चा-ए-ब्लॉगवाणी
बड़ी दूर तक गया।
लगता है जैसे अपना
कोई छूट सा गया।
कल 'ख्वाहिशे ऐसी' ने
ख्वाहिश छीन ली सबकी।
लेख मेरा हॉट होगा
दे दूंगा सबको पटकी।
सपना हमारा आज
फिर यह टूट गया है।
उदास हैं हम
मौका हमसे छूट गया है..........
पूरी हास्य-कविता पढने के लिए निम्न लिंक पर चटका लगाएं:
http://premras.blogspot.com
बाला अभी मौजूद है या स्वर्गवासी हुई। बाबा जी को तो जहाँ जाना है चले जाएंगे।
जवाब देंहटाएंओह ! फिर बाबा का क्या होगा ? वो तो बेचारा यहीं नर्क भोग लेगा।
जवाब देंहटाएंजय हो बाबा गुरु घंटाल की..
जवाब देंहटाएंजय हो !
जवाब देंहटाएंJAI HO AAJ KE MAHAN BABAON KI
जवाब देंहटाएंhttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
nice information
जवाब देंहटाएंअरे !! शिव!! शिव!!
जवाब देंहटाएंहूँ .......... तभी कुछ ब्लॉगर्स अपने आपको बाबा बताने / जताने में तुले हैं. ... पर बिचारी राखी किस किस को करे.
बढिया है।
जवाब देंहटाएंउसके बाद बाबा जी सदा सदा के लिए कोमा में चले गए। स्वर्ग से राखी सांवत को वापस आना पड़ गया। क्योंकी इंद्र समेत सभी देवता घबड़ा के स्वर्ग खाली करके रफूचक्कर हो गए। हर संकट की घड़ी में त्रिदेवों के पास भाग जाते हैं। इस बार वो वहां जाकर बस गए हैं कुछ दिन के लिए।
जवाब देंहटाएंहाय राम !!
जवाब देंहटाएंआपने संन्यास कब ले लिया ?
और अपना नाम 'गुरु घंटाल ' भी रख लिया...??
गलत बात है जी...
हाँ नहीं तो...!!
:):)
very good write up
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जवाब देंहटाएंअभी कुछ घँटे पहले ही बाबा जी का पोस्टमार्टम करके लौटा हूँ,
प्रथम दृष्ट्या तो बाबा जी को खुशी का हृदयाघात लगा था ।
उनकी खिली हुई बाँछों को सामान्य दशा में लाने के लिये ख़ासी मशक्कत करनी पड़ी !
सीधे स्वर्ग तो सभी जाना चाहते है
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