देश का कोई धर्म, जात या नस्ल नहीं तो फिर यहां रहने वाले किसी पहचान के दायरे में क्यों बांधे जाएं।
उनकी यादें हमेशा बनी रहेंगी ....
दुखद, गंगा से सभ्यता के बारे में प्रश्न पूछने वाला चला गया।
विनम्र श्रधांजलि ।
अभी श्रीलाल शुक्ल जी की चिता की आग ठंडी हुई नहीं कि कला की दुनिया को यह आघात !!!!!!
उन की कृतियाँ हमारी बहुत बड़ी थाती हैं जो युगों तक उन की स्मृति बनाए रखेगी। उन की कलाएँ आम जन के लिए थीं और वह जल्दी किसी अपने को विस्मृत नहीं करता।
श्रध्दासुमन.........
सुरों की गंगा रुक गयी क्यों ...नमन एवं श्रद्धांजलि!
विनम्र श्रद्धांजलि।
बहुत कुछ ले गया साल २०११ ...उनके गीत हमेशा उन्हें जीवित रखेंगे.विनर्म श्रद्धांजलि .
श्रद्धांजलि!
श्रद्धांजलि!!
उनकी यादें हमेशा बनी रहेंगी ....
उत्तर देंहटाएंदुखद, गंगा से सभ्यता के बारे में प्रश्न पूछने वाला चला गया।
उत्तर देंहटाएंविनम्र श्रधांजलि ।
उत्तर देंहटाएंअभी श्रीलाल शुक्ल जी की चिता की आग ठंडी हुई नहीं कि कला की दुनिया को यह आघात !!!!!!
उत्तर देंहटाएंउन की कृतियाँ हमारी बहुत बड़ी थाती हैं जो युगों तक उन की स्मृति बनाए रखेगी। उन की कलाएँ आम जन के लिए थीं और वह जल्दी किसी अपने को विस्मृत नहीं करता।
उत्तर देंहटाएंश्रध्दासुमन.........
उत्तर देंहटाएंसुरों की गंगा रुक गयी क्यों ...
उत्तर देंहटाएंनमन एवं श्रद्धांजलि!
विनम्र श्रधांजलि ।
उत्तर देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि।
उत्तर देंहटाएंबहुत कुछ ले गया साल २०११ ...
उत्तर देंहटाएंउनके गीत हमेशा उन्हें जीवित रखेंगे.
विनर्म श्रद्धांजलि .
श्रद्धांजलि!
उत्तर देंहटाएंश्रद्धांजलि!!
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